संदेश

कत्यूरी राजवंश की कई शाखाएं केंद्रीय सत्ता के कमजोर होने के कारण उभरीं

 उत्तराखंड के इस महत्वपूर्ण राजवंश की उत्पत्ति, राजधानियों (जैसे बैजनाथ), और अभिलेखीय साक्ष्यों (ताम्रपत्र और मूर्ति लेख) पर चर्चा है। राजवंश के भीतर मौजूद विभिन्न क्षेत्रीय शाखाओं जैसे अस्कोट, पाली पछाऊं और सिरा केवल का उल्लेख करते हुए उनके संस्थापक राजाओं और उनके शासनकाल की प्रमुख घटनाओं का वर्णन करता है। वक्ता ऐतिहासिक स्रोतों की कमी के कारण जागरणों (स्थानीय लोक कथाओं) और पुरातात्विक साक्ष्यों के बीच समानता स्थापित करने की चुनौती पर भी प्रकाश डालता है, और वीडियो में कत्यूरी स्थापत्य शैली और राजाओं के क्रूर शासन को राजवंश के पतन का कारण बताया गया है। विभिन्न कत्यूरी शाखाओं के बीच अंतर्संबंध, स्वतंत्रता और समकालीन सत्ता संघर्ष कैसे थे?  कत्यूरी राजवंश के पतन और बाद की सत्ता संरचना को समझने के लिए विभिन्न शाखाओं के बीच के अंतर्संबंध, स्वतंत्रता की घोषणा, और उनके समकालीन संघर्षों को जानना आवश्यक है। आपके स्रोतों के आधार पर, विभिन्न कत्यूरी शाखाओं के बीच अंतर्संबंध, स्वतंत्रता और सत्ता संघर्ष निम्नलिखित रूप से परिभाषित किए जा सकते हैं: I. शाखाओं का उद्भव और अंतर्संबंध (Formation...

सिंधु सभ्यता का जीवंत बालाजी विश्वनाथ मंदि

चित्र
सिंधु घाटी सभ्यता सिंधु सभ्यता का जीवंत बालाजी विश्वनाथ मंदिर स्थान: बिहटा बुजुर्ग, कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश भारत की प्राचीनता सदियों की धूल में छिपे रहस्यों से भरी है। उन्हीं रहस्यों के बीच चमकता है बिहटा बुजुर्ग का बालाजी विश्वनाथ मंदिर , जिसे कई शोधकर्ता सिंधु घाटी सभ्यता काल से जोड़ने की संभावना व्यक्त करते हैं। खास बात यह है कि यह मंदिर आज भी जीवित पूजा स्थल है, इसलिए इसे भारत का सबसे प्राचीन जीवंत मंदिर होने का दावा किया जाता है!  यह क्यों इतना अनोखा है? वीडियो स्रोत के अनुसार कुछ प्रमुख तर्क दिए जाते हैं— पशुपति नाथ शैली की मूर्ति शिव की मूर्ति में वैसी ही आकृति दिखाई देती है जैसी मोहनजोदड़ो की सीलों पर प्रसिद्ध “पशुपति योगी” में मिलती है 12 स्तंभों वाला प्राचीन वास्तु यह शैली कई अन्य प्राचीन संरचनाओं से संबंध का संकेत देती है मान्यता है कि यह स्थान प्राचीन तीर्थ मार्गों का केंद्र रहा होगा सरस्वती नदी के बहाव के संकेत शोधों में इस क्षेत्र से सरस्वती नदी की शाखाओं के प्रमाण मिलने की बात कही गई है यानी यह भूमि कभी नदी संस्कृति का प्रमुख केंद्र ...

कार्तिकेयपुर राजवंश: कुमाऊँ का शौर्य और स्वर्णिम धरोहर

कार्तिकेयपुर राजवंश: कुमाऊँ का शौर्य और स्वर्णिम धरोहर भारत की पर्वतमाला हिमालय के मध्य भाग में फैला उत्तराखंड केवल प्राकृतिक सौंदर्य का भंडार नहीं, इतिहास के अनगिनत रत्न भी यहीं छिपे हैं। इन्हीं रत्नों में से एक है कार्तिकेयपुर राजवंश , जिसे कत्युरी राजवंश भी कहा जाता है। यह वंश कुमाऊँ का सबसे प्राचीन और शक्तिशाली शासक वंश माना जाता है। कहा जाता है कि इस वंश का नाम भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय (कुमार) के नाम पर पड़ा, इसलिए यह वंश स्वयं को सूर्यवंशी और शिव-भक्त मानता था। कालखंड और विस्तार प्रमुख अवधि राज्य का विस्तार लगभग 7वीं शताब्दी से 11वीं शताब्दी कुमाऊँ, कुमाऊँ से आगे नेपाल के पश्चिमी भाग तक कत्युरी शासकों ने अपनी राजधानी बागेश्वर क्षेत्र में बसे कार्तिकेयपुर (कत्यूर घाटी) में स्थापित की। उनका साम्राज्य आज के: उत्तराखंड का कुमाऊँ क्षेत्र नेपाल के कंचनपुर, डोटी, बैतड़ी आदि गढ़वाल के कुछ हिस्सों तक फैला हुआ था। प्रमुख राजा राजा का नाम विशेषता कात्युरेश्वर / शालिवाहन वंश के प्रारंभिक शक्तिशाली शासक निहस पाल, कर्चलदेव साम्राज्य वि...

In Russia's 'blitz' of Ukraine, the question of appeasement is back

A large gulf remains between the US and European view of how to end the Ukraine war.

Inside Syria's jail for IS suspects as officials say attacks by group are rising

Kurdish counter-terrorism officials tell the BBC so-called Islamic State cells in Syria are regrouping and increasing attacks.

India and China resume direct flights as ties improve

The flight landed in Guangzhou on Monday morning, a milestone in the thawing of bilateral ties.

UN pleads for safe passage for civilians trapped in war-hit Sudan city

The fall of el-Fasher would cement the RSF's control of the west and reinforces a de facto split in the nation.

Two arrested over theft of jewels at Louvre museum in Paris

Four thieves broke into the world's most-visited museum in broad daylight, stealing eight items worth €88m (£76m; $102m).

Russia says it has tested nuclear-powered Burevestnik missile

The experimental weapon is hailed as having a potentially unlimited range - though Western experts have questioned its value.

Trump presides over Thai-Cambodia 'peace deal' - but what does it mean?

Trump calls it historic, Thailand only calls is "a pathway to peace", but all sides hope the agreement will stick.

Trump in Malaysia: Dancing and a 'peace deal'

US President Donald Trump in Malaysia: Dancing and a 'peace deal'

Trump presides over Thai-Cambodia 'peace deal' - but what does it mean?

Trump calls it historic, Thailand only calls is "a pathway to peace", but all sides hope the agreement will stick.

Harris expresses concern she did not ask Biden not to run

The former vice-president tells the BBC she is not sure whether it was “grace or recklessness” that stopped her speaking up.

Watch: Moment nuclear plant towers collapse during demolition

Two nuclear cooling towers in the town of Gundremmingen, Germany, collapse into large swirls of thick, white dust during demolition.

Ousted Madagascan president stripped of citizenship

Andry Rajoelina, who was removed from power in a coup last week, had already acquired French nationality.

Ontario to stop running anti-tariff advert that angered Trump

The advertisement will be paused from Monday so "trade talks can resume" with the US, Doug Ford says.

Japanese tourist falls to death at Pantheon in Italy

Local media reports the 69-year-old had been sitting on a wall when he lost his balance.

Ukraine allies pledge to take Russian oil and gas off global market

A "coalition of the willing" meeting in London seeks to increase pressure on Russia to end its war in Ukraine.
 स्वस्ति संव्रद्धते देहः स्वक्षेमे कालप्रेरिणम्‌। विकल्पपापवृज्जंनो क्षेमायश्च [१७ क] प्रशीदति:।। कर्म्मेण प्रवर्तमानः कलि- . युगे समस्तसरभूपालामोलिपालश्चचरणाम्बुजस्य राज्यम्‌। | श्रीमदयद्धिष्ठिरस्यादिराज्ये। | हिमवन्तशेल्यम ध्यवर्त्तणी, महार- न्यभूते भूमण्डले।। प्रधानश्रीभृङ्गारेश्वरः भटारिक प्रादर्भत:।। तदन गोतमादिभिः ऋषिग्नैस्तश्र प्रचरतिः।। गोत्मेश्वराद- यो देवा प्रतिष्ठिताम्‌।। तत्रांतरे श्रीभृड्गारेशवरीभटारिका श्लेष्मान्तकःवने विहरति गोपालो बभूवः तत पश्चात्‌ मालाखातः गोग्रामस्य आगमेन, नेपनामा गोलकस्य। बहुही नाम कपिला गावी, वाग्मतीतीरे, स्वयन्दिनप्रति गत्वा सुशीरपजाके क्षीर- धारा, तेन ART, ASM गोपालेन दुष्टाः खनित्वा चः श्रीमत्पशुपतिभटारक [१७ ख] प्रादर्भतः। । तत्राद्यो राजा श्रीभूमिगप्तः। वर्ष ८६।। राजा श्री- य(ज)यगुप्त वर्ष ७३ मा ३।। राजा श्री धर्म्मगुप्त वर्ष ९१।। राजा श्री हर्षगुप्त वर्ष ६७।। राजा श्रीभीमराप्त वर्ष ३४।। राजा श्रीमनिगुप्त वर्ष ३- ७।। राजा श्रीविष्णुगप्त वर्ष ४६।। राजा श्रीजिनगप्त वर्ष ७१ एवम्मष्टा गोपालराजा भवतिः। | I । तदनु गोपालराजा निर्ज्जित्य महिषपालनाम्...

South Korea's fishermen keep dying. Is climate change to blame?

An increase in deadly incidents has been partly caused by climate change, an inquiry found.