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नवंबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

With Discounts on Offer, Shoppers Seem to Bite

By Santul Nerkar from NYT Business https://ift.tt/4wvk35O

J. Stanley Pottinger, 84, Dies; Official Figured Out Identity of ‘Deep Throat’

By Clay Risen from NYT U.S. https://ift.tt/LJQ6Ybx

Shouldn’t Trump Voters Be Viewed as Traitors?

By Kwame Anthony Appiah from NYT Magazine https://ift.tt/EReq9ub
By Unknown Author from NYT World https://ift.tt/cwFUr17

Major Canadian News Outlets Sue OpenAI in New Copyright Case

By Matina Stevis-Gridneff from NYT World https://ift.tt/65SGH9L

El Parlamento del Reino Unido vota a favor de legalizar la muerte asistida

By Stephen Castle from NYT En español https://ift.tt/IiuUNSl

Alice Hudson, Librarian Who Built a Trove of Historic Maps, Dies at 77

By Sam Roberts from NYT New York https://ift.tt/hAtB6ez

France Loses its Longtime Military Partner in Africa, Chad

By Adam Nossiter from NYT World https://ift.tt/CM1Njan

हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन

 आज #हिमाचल_प्रदेश के अनदेखे #हिल_स्टेशन की झलक देखिए, क्यों की #शिमला और #मनाली के तो नाम पूरी दुनिया ने सुन रखे हैं  तो आज अनदेखे हिल स्टेशन की झलक आपके सामने हैं,#हिमाचल_प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ कुछ अनदेखे हिल स्टेशन हैं जो आपको जरूर पसंद आएंगे: *1. #त्रिउंड (Triund)* त्रिउंड एक छोटा सा हिल स्टेशन है जो धर्मशाला से लगभग 9 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ से आप दhauladhar श्रृंखला के सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। *2. #बीर_बिलिंग (Bir Billing)* बीर बिलिंग एक छोटा सा गाँव है जो पालमपुर से लगभग 35 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ पैराग्लाइडिंग और ट्रेकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है। *3. #कल्पा (Kalpa)* कल्पा एक छोटा सा गाँव है जो रेकोंग पियो से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ से आप किन्नौर कैलाश के सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। *4. #चितकुल (Chitkul)* चितकुल एक छोटा सा गाँव है जो सांगला घाटी में स्थित है।    यहाँ से आप हिमालय की सुंदर चोटियों और हरे-भरे ...

कमरख का फल या स्टार फ्रूट का महत्व

 #स्टार_फल  बिहार में कमरख को स्टार फल के नाम से जाना जाता है।कमरख का पेड उत्तर और मध्य भारत के वनीय भागो में अक्सर देखा जा सकता है....अंग्रेजी भाषा में इसे स्टार फ्रूट के नाम से जाना जाता है और इसका वानस्पतिक नाम #एवेरोहा_करम्बोला है....स्वाद में इसके फल काफी खट्टे होते है, ज्यादा पक जाने पर इनमें थोडी मिठास भी आ जाती है..... आदिवासियों के अनुसार इसका पका हुआ फल शक्तिवर्धक और ताजगी देने वाला होता है.... गर्मियों में इस फल के सेवन से लू की मार नहीं पडती तथा यह ज्यादा गर्मी की वजह से होने वाले बुखार में भी लाभकारी होता है..... कमरख एक देशी फल हैं....इसका स्वाद खाने में बहुत ही खट्टा होता हैं..... इसीलिए इसे खाना ज्यादा लोग पसंद करते हैं..... कमरख के पेड़ बहुत ही बड़े और घने होते हैं..... सदाबहारी कमरख के पेड़ पर पतझड़ नहीआती वर्ष भर हरा भरा रहता है ....सर्दियों के शुरुआती अर्थात सितम्बर अक्टूम्बर के मौसम में मिलने वाला फल कमरख इस सीजन में काफी लाभदायक होता है.....जिससे त्वचा संबंधी विकार नही होते हैं....यह आंख के घाव में भी बहुत फायदा करता है....कमरख हृदय की शक्ति बढाने के लिए भी अ...

वनभोज: प्रकृतिवाद की महान परम्परा है जो सदियों पुरानी है

 वनभोज: प्रकृतिवाद की महान परम्परा है जो सदियों पुरानी है । तनावमुक्त जीवन और उत्तम स्वास्थ्य की कुंजी है यह वनभोज और जब यह पातालकोट में हो तो फिर इसके क्या कहने..                आप सभी ने एक मास्टर की याने कुंजी के विषय मे जरूर सुना होगा। मास्टर की एक ऐसी चाबी होती है जिससे कोई भी ताला खोला जा सके। ठीक ऐसे ही यह वनभोज है जिसे में आपके हर सवाल का मास्टर स्ट्रोक कह सकता हूँ। यकीन न आये तो सवाल दागिये जबाब तैयार मिलेगा। पोस्ट महत्वपूर्ण है इसीलिये यादों के पिटारे से निकालकर पुनः पोस्ट कर रहा हूँ। ये उस दौर की यादों का पिटारा है, जब गुरूदेव दीपक आचार्य जी का परोक्ष मार्गदर्शन मुझे मिलता रहता था। चलिये विषय पर लौटते हैं।  यहाँ क्या क्या है पहले ये बता देता हूँ। खाने में है पातालकोट की घाटियों में तैयार किया गया स्वादिष्ट बैगन भर्ता, बाटी/ पानगे, मक्के की रोटी, आलू-बैगन-भेजरे की सब्जी, बल्लर की दाल, चावल। ये सब कुछ पारंपरिक थालियों में परोसा गया जो कि माहुल के ताजे पत्तो से बनाई गई। हर व्यक्ति को पहले थाली और प्लेट बनाना सिखाया गया फिर अपनी अ...

गमले में फूल गोभी की खेती

 सर्दियों में फूलगोभी (Cauliflower) को गमले या ग्रो बैग में बहुत आसानी से उगा सकते हैं। फूलगोभी उगाने के लिए सबसे पहले 50% मिट्टी और 50% गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाए। फिर तैयार की गई मिट्टी को सीडलिंग ट्रे या छोटे गमले में भर लीजिए, इसके बाद अच्छी क्वालिटी के फूलगोभी के बीज लीजिए और मिट्टी में इन बीजों को लगभग 0.5 इंच की गहराई में दबा दीजिए। बीज लगाने के बाद स्प्रे पंप या वाटर कैन की मदद से पानी दें और सेमी-शेड वाली जगह पर रखें, जहां सुबह की 4-5 घंटे की हल्की धूप आती हो। इसकी मिट्टी में नमी को हमेशा बनाए रखें, लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें। फूलगोभी के बीजों को जर्मिनेट होने में लगभग 10 से 12 दिन का समय लग सकता हैं। जब पौधा 5-6 इंच का हो जाए तो उन्हें निकालकर गमले या ग्रो बैग में लगा दीजिए। लगभग 45 से 50 दिन बाद पौधे में फूलगोभी बनना शुरू हो जाता हैं। उम्मीद करते हैं पोस्ट पसंद आया होगा तो Like करके अपने मित्रों को भी साझा करें, धन्यवाद  साभार : फेसबुक आशियाना खयालों का #फूलगोभी #cauliflower #terracegarden #organicgardening #kitchengardening #plantcaretips #gardening #ashiyana...

खीरे की आधुनिक खेती

 खीरे की आधुनिक खेती करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम और तकनीकें अपनानी चाहिए, जिनसे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में वृद्धि हो सकती है। नीचे दिए गए हैं खीरे की आधुनिक खेती के लिए कुछ प्रमुख टिप्स: भूमि चयन और तैयारी: खीरे की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की, बलुई और दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए। भूमि को अच्छे से जुताई और पलटाई करके समतल कर लें ताकि पानी की निकासी सही से हो सके। बीज चयन: उच्च गुणवत्ता वाले, स्थानीय रूप से उपलब्ध या हाइब्रिड बीज का चयन करें। बीज खरीदते वक्त यह सुनिश्चित करें कि बीज स्वस्थ और रोगमुक्त हों। उर्वरक और पोषण प्रबंधन: खीरे को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जैसे कि नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश। पहले 15-20 दिन में नाइट्रोजन आधारित उर्वरक का उपयोग करें, फिर विकास के दौरान फास्फोरस और पोटाश की खुराक दें। जैविक उर्वरक (जैसे गोबर खाद) और जैविक कीटनाशक का उपयोग करने से उत्पाद में गुणवत्ता बढ़ सकती है। सिंचाई: खीरे को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन पानी का जमाव नहीं होना चा...

केशर की खेती

 केसर (Saffron) को अब कश्मीर के अलावा अन्य राज्यों में भी उगाया जाने लगा हैं। केसर उगाने के लिए 10°c से 20°c तापमान होना जरूरी होता हैं। अगर आपके राज्य में सर्दियां (Winter) पड़ती हैं तो आप केसर को बहुत आसानी से घर पर गमले में उगा सकते हैं। इसे उगाने के लिए इसके बल्ब चाहिए जो कि ऑनलाइन मिल जाते हैं। केसर के बल्ब अक्टूबर-नवम्बर तक लगा सकते हैं। इसके बल्ब लगाने के लिए 40% मिट्टी, 30% वर्मीकम्पोस्ट, 30% बालू लेंगे, फिर तीनों को अच्छे से मिक्स करके गमले, कंटेनर या ग्रो बैग में भर दीजिए। फिर इस मिट्टी में 1 इंच गहराई में केसर के बल्ब को दबा दीजिए। ध्यान दें कि केसर का चोटी वाला हिस्सा मिट्टी के ऊपरी तरफ रखना हैं। इसके बाद पानी का स्प्रे करके गमले, कंटेनर या ग्रो बैग को सेमी-शेड वाली जगह पर रख दीजिए, जहां सुबह की 2-3 घंटे की हल्की धूप आती हो। केसर के पौधे को तेज धूप से बचाकर रखें। इसमें पानी तभी डाले जब इसकी मिट्टी सूखी दिखाई दें। लगभग 10 से 12 दिन में इसके बल्ब अंकुरित होने लगेंगे और 35 से 40 दिन बाद इनमें फूल आना शुरू हो जाएंगे। केसर के फूल हल्के बैंगनी रंग के होते हैं और इसके फूलों के...

¿Qué sabemos del misil balístico ruso Oreshnik?

By Lara Jakes from NYT En español https://ift.tt/k0sEu68

Peggy Caserta, Who Wrote a Tell-All About Janis Joplin, Dies at 84

By Penelope Green from NYT Books https://ift.tt/yeWPcdx

Hiker Survives 50 Days in Canadian Wilderness

By Eve Sampson from NYT World https://ift.tt/cPKlNOt

Biden Makes a Final Nantucket Visit as President

By Zach Montague from NYT U.S. https://ift.tt/Bg9HsGS

Snow and Rain Disrupt Holiday Travel as Storm Moves Across the Northeast

By Emmett Lindner and Sara Ruberg from NYT U.S. https://ift.tt/hTiSeOU

Yiddish Is a Supposedly Dying Language That’s Thrillingly Alive

By John McWhorter from NYT Opinion https://ift.tt/tyE4T81

Con alegría y lágrimas, los libaneses vuelven a sus casas

By Ben Hubbard and Christina Goldbaum from NYT En español https://ift.tt/7jH18SG

Hamás enfrenta un futuro incierto sin Hizbulá, su aliado más importante

By Julian E. Barnes, Adam Rasgon, Aaron Boxerman and Ronen Bergman from NYT En español https://ift.tt/Z1nS59o

Romania Court Orders a Recount After Surprise Election Result

By Matei Barbulescu and Amelia Nierenberg from NYT World https://ift.tt/PKuEDvW

मल्चिंग के लाभ

प्लास्टिक का निचला हिस्सा बूंदों के रूप में अंदर रहता है। और फिर से मिट्टी में समा जाता है। तो इस तरह मिट्टी में पानी की बर्बादी रुक जाती है। जब सब्जी की खेती में खरपतवारों को नियंत्रित करना बहुत कठिन हो जाता है, तो मल्च प्रकाश से खरपतवार के अंकुरण को रोकता है ताकि खरपतवार न उगें। कुशवाहा एंड कम्पनी नर्सरी Hariom Upadhyay Vlog Godara Sahil Noor Jha Krishan Mohan Irfan Khan Bishwa Nath Mahato Nandu Dhakad #photo #खेती #viralphoto Sabhar facebook